ऐ कामिल प्यार जो सदा बेमिसाल है ,हम करते दुआ तेरे पाक हुजूरइन दोनों को दे प्यारजो लाजवाब है ,एक बनकर तुझसे यह रहे मसरूर
ऐ पाक हयात ,तू इन में रह हर हालत ,
और इनमे पैदा कर मजबूत ईमान
सबर उम्मेद बुर्दबारी और मुहब्बत ,
कि दुःख और मौत में भी हो इतमीनान
दे इनको ख़ुर्रमी जो है लासानी ,
तस्कीन जो जंग में रहती बे-तब्दील।
फिर आखिर इनको फतह दे गैर फानी ,
और अब्दी प्यार और जिन्दगी जलील
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