ऐ खुदावन्द मुझको जाँचमेरे दिल की हालत जान जो हो गलती तू सुधारमानूँगा तेरी आभार
प्रभु तू मेरा उठना और
बैठना सब जानता है
सदा तू रहता है मेरे साथ
कैसे करूँगा फिर अपराध
मेरे विचारों को तू दूर से
जानता है कि कैसे हैं
जो भी किए मैं ने गन्दे विचार
उनको मिटा कर भर अपना प्यार
तेरी इच्छा पे मैं चलूँ
यही है मेरे जीवन का आधार
जब तक जीऊँगा तेरे लिए
सेवा करूँगा मैं तेरे लिए
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