अब-आओ प्यार से

अब-आओ प्यार से ,
अब-आओ दर्द से ,
अब-आओ धो लो ,
अपने आप को मर्ज से 
अब-आओ देख लो उस 
बहती धार को ,
जो बताती है उसके प्यार को 

अब-आओ पापियों ,
अब-आओ धर्मियों ,
अब-आओ सारे संसार की जातियों 
अब-आओ देख लो क्या उसने है किया 
है हमारा दर्द सह लिया 

क्रूस पर , जान उसने अपनी दी ,

मिल गई , हमें जिंदगी नयी ,
याद कर , उस बहते सोते को ,
जो बहा , तेरे लिये , मेरे लिए 

वो चलके गिर रहा ,

वो गिर के उठ रहा ,
और चुपचाप है ,
कुछ भी न कह रहा 
जो सहना था हमें ,
पापी संसार में ,
है खुदा का बेटा सह रहा 

वो छेदे हाथ हैं ,

वो काँटों का ताज है
वो लटका क्रूस पर , 
और लगती प्यास है 
वो कहता ऐ पिता , तू इनको माफ़ कर ,
धीरे से फिर निकलती सांस है 

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