अपनों को तो इस दुनिया में

अपनों को तो इस दुनिया में ,
सब प्यार करते हैं
गैरों को भी प्यार करना ,
मसीहा सिखाते है

एक गाल पर कोई ,मारे जो चाँटा
दूजा गाल भी देना 
ले जाये कोई एक मील जबरन ,
दो मील साथ जाना 
अपनों को तो अपना सब कुछ 
सब लोग देते हैं
गैरों पर भी सब कुछ लुटाना
मसीहा सिखाता हैं 

अपनों से जैसा वैसा ही अपने ,

पड़ोसी से प्यार करो तुम 
यीशु मरा तेरे पापों के खातिर ,
यह विश्वास करो 
अपनों पर तो लोग यहाँ पर 
ऐतबार करते हैं 
गैरों पर भी ऐतबार करना 
मसीहा सिखाते है

जो दे तुमको काँटे उसका , 

दामन फूलों से भर दो 
यीशु ने तुमको माफ़ किया 
तुम भी माफ़ कर दो 
अपनों को तो गुनाहों की माफ़ी 
सब लोग देते हैं
बैरी को भी माफ़ करना 
मसीहा सिखाते है

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