अब आओ प्यार से

अब आओ प्यार से ,अब आओ दर्द से 
अब  आओ धोलो ,अपने आप को मर्ज से 
अब आओ देखलो उस बहती धार को  
जो बताती हे उसके प्यार को 
अब आओ पापिओं ,अब आओ अधर्मियों  
अब आओ सारे संसार के जातियों 
अब आओ  देखलो ,क्यों उसने हे किया 
है हमारा दर्द से लिया (2)

क्रूस पर जान उसने अपनी दी 
मिल गयी हमे जिंदगी नयी 
याद कर उस बहते सोते को 
जो वहां तेरे लिए मेरे लिए (2)

वह चलके गिर रहा ,वह गिरके उठ रहा है 

चुपचाप वह  ,कुछ भी न कह रहा 
जो सहना था हमें पापी संसार में हैं
खुदा का बेटा सह रहा 

वह छेदे हाथ हैं वह काँटों का ताज हैं 

वह लटका क्रूस पे और लगती प्यास हैं 
वह कहता हैं पिता तू इनको माफ़ कर 
धीरे से निकलती साँस हैं 

क्रूस पर जान उसने अपनी दी 

मिल गयी हमें जिंदगी नयी  
याद कर उस बहते सोते को 
जो वहां तेरे लिये मेरे लिए (2)

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