आगे बढूंगा मैं विश्वास में

आगे बढूंगा मैं विश्वास में 
सब कुछ  करूंगा मैं विश्वास से 
कुछ भी असंभव नहीं है मेरे लिए 
जय है सदा मुझ को 

मैं पीछे नहीं हटूं
विश्वास के कदमों में 
आगे ही आगे बढूँ
कोई विरोध करे कुछ भी होता रहे 
पीछे नहीं हटूँगा

न डरूँगा किसी हानि से मैं 
न डरूँगा पराजय से 
शत्रु जय पायेगा भाग्य नाश होवेगा 
ऐसे मैं न डरूँगा ....
(मैं पीछे ......)

रोगों के या शापों के 
पापों के भी अधीन नहीं हूँ  
श्राप के बंधनों पर शैतान की शक्तियों पर 
जय है सदा मुझ को ....
(मैं पीछे ......)

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