आत्मा प्रभु का प्रेमी आत्मा प्रभु का

आत्मा प्रभु का प्रेमी  
आत्मा प्रभु का 
अभी तू आजा हमारे बीच में 
अपनी आशीष उंडेल

दलदल के बीच में से ,
दया से निकाला मुझे 
पाप हटाकर साफ़ कर दे ,
अपनी सामर्थ से 

जीवन दिया तूने ,
जीवन दिलाऊँ मैं भी 
जीवन जल की नदियाँ मुझ से ,
बहने पाये जग में 

आत्मा के वरदानों से ,
तृप्त कर दे मुझे 
जाग उठूँ मैं जलने पाऊँ ,
ज्योति चमका मुझमें 

प्रभु के सीने पे मैं ,
सिर रखके आराम पाऊँ
प्यासा मैं हूँ तेरे लिए ,
प्यास बुझा मेरी अब मुझमें

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