आनन्दित रहो प्रभु में आनन्दित रहो

आनन्दित रहो प्रभु में आनन्दित रहो 
मैं फिर से कहता हूँ 
सदा आनन्दित रहो ....हाँ 


जब तुम्हारा मन बोझिल हो 
चलते चलते थक गए हो 
अपना बोझ प्रभु पर डाल दो 
उसको है तुम्हारा ख्याल 

जब तुम्हारा प्राण व्याकुल हो 
जीवन में निराशा हो 
रख अपना भरोसा प्रभु पर 
जीवन को आनन्द से भरेगा 

जब तुम्हें लोग सताया करे 
मेरे कारण तुम्हारी निन्दा हो 
हिम्मत ना हारो सब कुछ सह लो 
स्वर्ग में है तुम्हारा बड़ा प्रतिफल 

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