एक सितारा ...आशाओं का ...चमका नील गगन में (2)ज्योति जिसकी आ... आ...बिखर गयी है आ... आ...हर घर के आँगन में (4)एक सितारा ...
करता है संकेत सितारा
जन्मा है यीशु राजा
शुभ संदेश की आ... आ...
मधुर तरंगे आ... आ...
गूंजी आज पवन में (4)
मुक्ति का अब द्वार खुला है
सबको ये बतला दो
प्रेम शान्ति का ये संदेश दुनियां में
फैला दो
ग्रहण करो इस को ये ज्योति
ईश्वर ने भेजी है
अंधकारमय जीवन में
आशा के दीप जला दो
दुःख पीड़ा सब दूर करे वो
क्षमा करे पापों को
मानव फिर क्यों ,आ... आ...
फँसा रहे क्यों ,आ... आ...
जीवन की उलझन में (2)
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