आवाज़ उठाएंगे

आवाज़ उठाएंगे
हम साज़ बजाएंगे
है यीशु महान अपना ,
यह गीत सुनाएंगे 

न देख सका हमको ,
तू पाप के सागर में 
और बनके मनुष्य आया 
आकाश से सागर में 
मुक्ति का तू दाता है 
दुनिया को बताएंगे ,
है यीशु महान अपना ...

संसार की सुंदरता में ,
यह रूप जो तेरा ही 
इन चाँद सितारों में 
है अक्स जो तेरा बातें 
हम सब को बताएंगे ,
है यीशु महान अपना ...

दिल तेरा खज़ाना है ,
एक पाक मोहब्बत का 
थाह पा न सका कोई ,
सागर है तू उल्फत का 
हम तेरी मोहब्बत से ,
दिल अपना सजायेंगे ,
है यीशु महान अपना ...

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